What is Crypto Currency in Hindi? Crypto Currency Kya Hai?

क्रिप्टोकरेन्सी क्या है? इसे समझें बिल्कुल आसान भाषा में / What is Crypto Currency in Hindi? Crypto Currency Kya Hai?

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1 क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency)?

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency): नाम तो आपने सुना ही होगा, लेकिन अगर समझते नहीं जानते हैं, तो आइए जानते हैं इस रहस्यमयी Currency के बारे में-

यदि सरल भाषा में कहें तो क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक डिजिटल कैश (Digital Money) प्रणाली है, जो कम्प्यूटर एल्गोरिदम (Computer Algorithm) पर बनी है। यह सिर्फ ऑनलाइन (Online) रहती है डिजिट (Digit) रूप में। Cryptocurrency पर किसी भी देश या सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है।

क्रिप्टोकरेंसी को लेकर आजकल बहुत चर्चा है। बिटक्वॉइन (Bitcoin) एक Cryptocurrency है। इस लेख में हम आपको इसी क्रिप्टोकरेंसी के बारे में विस्तार से बताएंगे। इसके हर पहलू से आपका परिचय कराएंगे, साथ ही साथ ये भी बताएंगे कि इसका भारत में चलन है या नहीं, इसका भविष्य में इस्तेमाल कैसा होगा?

क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency)?

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) दो शब्दों से मिलकर बना है। “Crypto” और “Currency” दोनों ही लैटिन भाषा के शब्द हैं, “Crypto”, Cryptography से बना है जिसका मतलब है छुपा हुआ और “Currency”, Currentia” से बना है, जो कि मुद्रा (रूपये/पैसे) के लिए इस्तेमाल होता है। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का मतलब है छुपा हुआ पैसा या गुप्त पैसा या डिजिटल पैसा।

Cryptocurrency in Hindi

कैपिटल वाया ग्लोबल रिसर्च लिमिटेड के इंटरनेशनल और कमोडिटीज रिसर्च के लीड और क्रिप्टोकरेंसी पर गहरी पकड़ रखने वाले क्षितिज पुरोहित (Kshitij Purohit) बताते हैं कि सामान्य तौर पर क्रिप्टोकरेंसी एक तरह का डिजिटल पैसा है, जिसे आप छू नहीं सकते, लेकिन रख सकते हैं। यानी यह करेंसी (मुद्रा) का एक डिजिटल रूप है। यह किसी सिक्के या नोट (Coin or Note) की तरह आपकी “Pocket” में नहीं होता है। यह पूरी तरह से ऑनलाइन (Online) होता है।

इसे आसान भाषा में ऐसे समझें कि हर देश की अपनी मुद्रा (Currency) होती है। जैसे भारत के पास रुपया, अमेरिका के पास डॉलर, इंग्लैंड के पास यूरो और सउदी अरब में रियाल  है। हर देश की अपनी एक करेंसी है। यानी एक ऐसी धन-प्रणाली जो किसी देश द्वारा मान्य हो और वहां के लोग इसके इस्तेमाल से जरूरी चीजें खरीद सकते हों।

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) किसने और क्यों बनाई?

इस बारे में क्षितिज पुरोहित बताते हैं कि बहुत सारे लोग मानते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी 2009 में सतोशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) ने शुरू किया था, लेकिन ये सच नहीं है। इससे पहले भी कई निवेशकों/देशों ने डिजिटल मुद्रा (Digital Money) पर काम किया था। यूएस ने 1996 में मुख्य इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड बनाया था, ऐसा गोल्ड जिसे रखा नहीं जा सकता था। लेकिन इससे कोई दूूसरा सामान खरीदा जा सकता था। हालांकि 2008 में इसे बैन कर दिया गया। वैसा ही वर्ष 2000 में नीदरलैंड ने पेट्रोल भरवाने के लिए कैश को स्मार्ट-कार्ड से जोड़ा था।

बिटक्वाइन (Bitcoin) है सबसे महंगी वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency):

सरल शब्दों में कहें तो क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल कैश प्रणाली है, जो कम्प्यूटर एल्गोरिदम पर बनी है। यह सिर्फ डिजिट के रूप में ऑनलाइन रहती है। इस पर किसी भी देश या सरकार का कोई नियंत्रण नहीं रहता है। जैसे आज के समय में इंटरनेट हर कोई प्रयोग करता है लेकिन इस पर किसी का नियंत्रण नहीं होता। इसका कोई मालिक नहीं है।

Cryptocurrency in India

शुरुआत में क्रिप्टोकरेंसी को अवैध करार दे दिया गया था। लेकिन दिन प्रति-दिन बिटक्वाइन (Bitcoin) की बढ़ती लोकप्रियता के चलते इसे कई देशों ने लीगल (Legal) कर दिया। कुछ देश तो अपनी खुद की क्रिप्टोकरेंसी ला रहे हैं। बिटक्वाइन (Bitcoin) दुनिया की सबसे महंगी Virtual Currency (वर्चुअल करेंसी) है।

कैसे काम करती है क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency)?

पिछले कुछ सालों से क्रिप्टोकरेंसी मुद्राओं की लोकप्रियता में काफी बृद्धि हुई है। इन्हें ब्लॉकचेन सॉफ़्टवेयर (Blockchain Software) के माध्यम से इस्तेमाल किया जाता है। ये डिजिटल मुद्रा इनक्रिप्टेड यानी Coded (कोडेड) होती है। इसे एक decentralized system के जरिए मैनेज (Manage) किया जाता है। क्रिप्टोकरेंसी के प्रत्येक लेन-देन का डिजिटल सिग्नेचर (Digital Signature) द्वारा वेरिफिकेशन होता है। क्रिप्टोग्राफी की मदद से इसका रिकॉर्ड रखा जाता है।

क्षितिज बताते हैं कि इसके जरिए की गयी खरीदी को क्रिप्टो माइनिंग (Crypto Mining) कहा जाता है। क्योंकि हर जानकारी का डिजिटल रूप से डेटाबेस तैयार करना पड़ता है। जो लोग यह माइनिंग का काम करते हैं उन्हें माइनर्स कहा जाता है। और आसान भाषा में समझें तो क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन टेक्नॉलाजी पर आधारित एक वर्चुअल करेंसी है जो क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित है। यह सारा काम पावरफुल कंप्यूटर्स (Powerful Computers) के जरिए होता है। जानकारों का कहना है कि इसके कोड को कॉपी करना लगभग नामुमकिन है।

कैसे होता है क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का लेन-देन?

क्रिप्टोकरेंसी में जब भी कोई ट्रांजैक्शन (Transaction) होता है तो इसकी जानकारी ब्लॉकचेन में दर्ज की जाती है। मतलब की उसे एक ब्लॉक में रखा जाता है। इस ब्लॉक की इंक्रिप्शन और सिक्योरिटी का काम माइनर्स का होता है। इसके लिए वे एक क्रिप्टोग्राफिक (Cryptographic) पहेली को हल करके ब्लॉक के लिए एक उचित हैश (Hash) (एक कोड) खोजते हैं।

क्या होता है हैश (Hash) खोजने के बाद?

जब कोई माइनर पुख्ता हैश (Hash) खोजकर ब्लॉक सुरक्षित (Secure) कर देता है तो उसे ब्लॉकचेन से जोड़ दिया जाता है और नेटवर्क में दूसरे नोड (Computer) के जरिए उसे वेरिफाई (Verify) किया जाता है। इस प्रक्रिया को Consensus कहा जाता है।

क्या होता है Consensus मिलने के बाद?

अगर आम सहमति (Consensus) हो गयी तो समझिए ब्लॉक के सिक्योर होने की पुष्टि हो गई। वह सही पाया जाता है तो उसे सिक्योर करने वाले माइनर को Crypto Coin (क्रिप्टोक्वॉइन) दे दिए जाते हैं। यह एक रिवार्ड (Reward) है जिसे काम का सबूत माना जाता है।

कितने तरह की होती है क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency)?:

एक सवाल यह भी अब दिमाग में उठता है कि यह जब डिजिटल रूप में है तो कितने तरह का होता होगा। एक अनुमान है कि 1800 से ज्यादा क्रिप्टो मुद्राएं उपलब्ध हैं। जिन्हें आप Bitcoin के अलावा भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इथेरियम (ETH), लिटकॉइन (LTC), डॉगकॉइन (Dogecoin) डैश (DASH), पीरकॉइन (PPC), रिपल (XRP), फेयरकॉइन (FAIR) इत्यादि है।

कैसे करें क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) पर भरोसा?

लोगों ने भविष्यवाणी की थी कि बिटकॉइन लगभग $180 से $200 के आस-पास आकर खत्म हो जाएगा। लेकिन लोगों द्वारा इसे बड़े पैमाने पर अपनाने के वजह से यह और अधिक विश्वास प्राप्त कर रहा है। पिछली तिमाही में बिटकॉइन (Bitcoin) के मार्केट कैप ने लगभग 700 मिलियन डॉलर जोड़े थे। सितंबर 2020 के बाद से ही इसकी कीमत लगभग दोगुने से अधिक है।

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) लाने वाले हैं कई देशः

हालांकि इस बात पर भी बहस होती रहती है कि यह गुब्बारा अंतरिक्ष में है और किसी भी समय यह फट सकता है। लेकिन बड़े पैमाने पर स्वीकृति और नए निवेशकों के आ जाने से ये और अधिक कीमती हो गया है। अब इस पर भरोसा तो करना ही पड़ेगा, क्योंकि कई देश अब अपनी क्रिप्टोकरेंसी लाने पर विचार कर रहे हैं। पहले कई देशों की सरकारों ने इसे बैन (ban) करने पर विचार किया, लेकिन अब इसमें सख्ती कम देखी जा रही है।

कौन-कौन हैं भारतीय मार्केट के प्लेयर?

Bitcoin Wallet हमारे मोबाइल के वॉलेट से काफी मिलते-जुलते हैं। जहां हम अपना पैसा स्टोर करते हैं और उसी से ट्रांजेक्शन करते हैं। WazirX, Unocoin, Zebpay आदि भारतीय कंपनियां हैं जो बिटक्वॉइन के कारोबार से जुड़ी हुई हैं।

क्या कहते हैं WazirX के फाउंडर?

WazirX के फाउंडर और CEO निश्चल शेट्टी (Nischal Shetty) ने एक इंटरव्यू में कहा की ‘भारत’ में इसे लेकर अभी बहुत कनफ्यूजन है। क्योंकि भारत में इसके लिए अभी कोई रूल-रेगुलेशन नहीं है। लोग इसके बारे में सुनते हैं तो डर जाते हैं। वास्तव में अगर देखे तो इंटरनेट पर मौजूद बहुत सारी चीजें अनरेगुलेटेड हैं। ola, uber सहित कई ई-कॉमर्स भी अनरेगुलेटेड ही है। इन्वेस्टर्स के लिए सबसे जरूरी बात ये है कि इसके रेगुलेटेड नहीं होने के कारण स्कैम या फ्रॉड होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है।

कैसे खरीदें और बेचें क्रिप्टो (How to buy & sell Crypto)?

अब इस सवाल का जवाब भी बहुत आसान हो गया है। क्रिप्टो की बढ़ती लोकप्रियता के चलते अब बाजार में ढेरो क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म्स (Crypto Exchange Platform) हैं। ऐसे में देश में Bitcoin जैसी अन्य किसी क्रिप्टोकरेंसी को खरीदना और बेचना काफी आसान है।

What is Crypto Currency in Hindi?

Most Popular Platform में WazirX, Zebpay, CoinDCX GO और Coinswitch Kuber के नाम शामिल हैं। इन्वेस्टर्स Coinbase और Binance जैसे International Platforms से Bitcoin, Dogecoin और Ethereum जैसी अन्य दूसरी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) भी खरीद सकते हैं। इसमें सबसे खास बात यह है कि इसकी खरीदारी के ये सभी प्लेटफॉर्म 24 घंटे खुले रहते हैं।

क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने और बेचने की पूरी प्रक्रिया भी बहुत आसान है। आप इन प्लेटफॉर्म्स पर साइन-अप (Sign up) करें, फिर इसके बाद अपना KYC प्रोसेस को पूरा करें। इसके बाद वॉलेट (Wallet) में मनी ट्रांसफर (Money Transfer) करें। बस इतनी सी प्रक्रिया के बाद आप क्रिप्टोकरेंसी की खरीदारी कर सकते हैं।

क्रिप्टो (Crypto) से और क्या-क्या किया जा सकता है?

क्रिप्टोकरेंसी से जुलाई में दुनिया का सबसे महंगा हीरा खरीदा गया था। इस खरीददारी से साफ हो गया है कि भविष्य में अपने जरूरत के हिसाब से इससे भौतिक चीजें खरीदी भी जा सकती हैं। बस क्रिप्टोकरेंसी को नोट और सिक्कों (Note or Coin) के रूप में प्रिन्ट नहीं किया जा सकता। फिर भी इसकी अपनी एक कीमत है।

Cryptocurrency से आप अपने जरूरत के सामान खरीद सकते हैं, ट्रेड (Trade) कर सकते हैं और इन्वेस्ट (Invest) कर सकते हैं। लेकिन इसे अपनी तिजोरी या बैंक लॉकर में नहीं रख सकते हैं। क्योंकि यह Digits के रूप ऑनलाइन (Online) रहती है।

इसे डिजिटल मनी, वर्चुअल मनी और इलेक्ट्रॉनिक मनी भी कहा जाता है। इसकी वैल्यू फिजिकल करेंसी से कहीं ज्यादा है। कुछ टॉप क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू तो डॉलर से हजारों गुना से भी अधिक है।

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) मार्केट क्या है?

वह जगह जहां क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-फरोख्त और ट्रेडिंग होती है। इसे cryptocurrency exchange] Digital Currency exchange (DCE), Coin market और Crypto Market जैसे नामों से जाना जाता है।

क्या क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का भविष्य है?

Bitcoin के बारे में दो बातें सबसे अहम हैं- एक यह की ये डिजिटल यानी इंटरनेट के ज़रिए इस्तेमाल होने वाली मुद्रा है और दूसरी इसे पारंपरिक मुद्रा के विकल्प के तौर पर देखा जाता है। क्रिप्टोकरेंसी को इस समय भरोसे के संकट का सामना करना पड़ रहा है। सरकारें इसे शक़ के नजरिये से देखती हैं और इसे पारंपरिक करेंसी के लिए ख़तरा मानती हैं।

दुनिया के तमाम देशों की सरकारों को ये लगता है कि क्रिप्टोकरेंसी एक ऐसी वर्चुअल (Virtual) दुनिया का हिस्सा है जो सरकारी नियंत्रण से मुक्त होने और वास्तविक दुनिया के बराबर चलने की कोशिश कर रही है।

Cryptocurrency पर सरकार का क्या है रुख?

केन्द्र सरकार नए प्रस्तावित बिल में क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह से पाबंदी लगा सकती है। इस मामले में वर्ष 2017 में एक कमेटी का गठन केंद्र ने किया था। इस कमेटी ने क्रिप्टोकरेंसी पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव दिया था।

ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी के जानकारों का मानना है कि भविष्य में कभी भी सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाने का फैसला ले सकती है।

क्या क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) से कार या बाइक जैसी कोई चीज़ खरीद सकते हैं?

क्रिप्टोकरेंसी के जानकार कहते हैं कि क्रिप्टो (Crypto) एक मुद्रा की तरह ही है जिसका अपना मूल्य है। अभी क्रिप्टोकरेंसी को दुनियाभर की ज्यादातर सरकारों द्वारा स्वीकार नहीं किया गया है। अगर ये सरकारों द्वारा स्वीकार कर लिया जाता है तब हमारे पास किसी भी अन्य मुद्रा की तरह क्रिप्टो मुद्रा का उपयोग करना भी आसान होगा। क्योंकि तब क्रिप्टोकरेंसी लोगों के बीच साधारण विनिमय का एक हिस्सा होगा।

चेतावनीः क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) खरीदने से पहले आप खुद इससे जड़ी सभी जानकारियां ले लें और ठीक से समझ लें। यहां क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के बारे में जानकारी दी गयी है। हम आपको क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) खरीदने के लिए प्रेरित नहीं कर रहे।

क्रिप्टोकरेन्सी क्या है? इसे समझें बिल्कुल आसान भाषा में / What is Crypto Currency in Hindi? Crypto Currency Kya Hai?

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