कोरोना की तीसरी लहर
कोरोना की तीसरी लहर कैसी होगी, तीसरी लहर आयेगी या नहीं और अगर तीसरी लहर आयेगी तो इससे कैसे बचा जा सकता है इस बात को लेकर दिनों दिन लोगों के मन में भ्रम और डर बनता जा रहा है। अभी वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप शान्त भी नहीं हुआ है और जानकार इसके तीसरे लहर का अनुमान लगा रहे हैं।
कोरोना महामारी दुनिया में प्रतिदिन लाखों लोगों को अपनी चपेट में ले रही है और हर रोज हजारों की संख्या में जानें जा रही है। तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों से अपने देश ही नहीं बल्कि दुनिया के अनेक देशों की स्वास्थ्य प्रणाली चरमरा गई। अब भी अस्पतालों में बेड, जीवन रक्षक दवा, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की किल्लत जारी है।

3rd Wave of corona in India
भारत में कोरोना
कोरोना महामारी का प्रकोप लगभग 18 महीनों से लगातार जारी है, तकरीबन प्रत्येक देश में कोरोना संक्रमितों के मामलों में तेजी से वृद्धि के बाद गिरावट भी आई है। अब तक भारत में दो अलग-अलग अवधि के उतार-चढ़ाव आए हैं, इन दोनों के बीच एक लंबे समय का अंतराल रहा है।
भारत में पिछले वर्ष 01 मार्च के बाद कोरोना का प्रकोप शुरू हुआ था। 16 सितंबर, 2020 को देश में 24 घंटे में पहली बार 97000 से अधिक नए मामले सामने आए थे, इसके बाद मामलों में कमी आई। फिर दूसरी लहर में संक्रमितों की संख्या में रिकार्ड बढोत्तरी हुई और 06 मई, 2021 को 4,14,188 नए मामले सामने आए थे।
Kya corona ki tisri lahar aayegi
इसके बाद लगातार गिरावट आने लगी और 12 जून, 2021 को 80,834 नए संक्रमित ही सामने आए। देश में आधिकारिक तौर पर कोरोना संक्रमण के कुल मामले तीन करोड़ के करीब पहुंच चुके हैं जबकि तीन लाख 70 हजार से अधिक मौतें हुईं हैं। अब तक इस संक्रमण को मात देकर दो करोड़ 80 लाख से अधिक मरीज स्वस्थ हुए हैं और अब तक 25 करोड़ से अधिक लोगों का टीकाकरण हो चुका है।
तीसरी लहर अगर आई तो उसकी पहचान कैसे करें?
वैसे तो तीसरी लहर सिर्फ एक अनुमान है। इसके आने की संभावना का कोई पैमाना या समय निर्धारित नहीं है, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर संक्रमितों की संख्या में तेजी से उछाल आता है तो उसे देश में कोरोना की तीसरी लहर माना जाएगा। लेकिन सरकार द्वारा लिए गए कुछ ठोस कदम (लाॅकडाउन और कर्फ्यू) के बाद अब स्थिति काफी हद तक सुधर गयी है।
लेकिन, दुर्भाग्यवश अगर फिर मामलों में बढ़ोत्तरी होती है तो उसे ही तीसरी लहर कहा जाएगा।
क्या तीसरी लहर ज्यादा खतरनाक होगी?
इस महामारी की तीसरी लहर के दूसरे लहर से भी अधिक तेज रहने के बारे में कुछ अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि, यह सिर्फ अनुमान ही है। आमतौर पर यह माना जाता है की आने वाली लहर पिछली लहर की तुलना में कमजोर होगी।
Corona ki tisri lahar kaisi hogi
ऐसा इसलिए माना जाता है क्योंकि वायरस जब पहली बार उभरता है तो मुक्त रूप से फैलता है। इसके बाद वाले प्रसार में अधिकतर लोग जागरुक हो गये होते हैं और दवा/वैक्सीन ले चुके होते हैं।
यह भी हो सकता है कि तीसरी लहर का प्रकोप दूसरे लहर की तुलना में बहुत कम हो। बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि लोगों पर बचाव से संबन्धित चेतावनियों का कितना असर होता है। परन्तु इस महामारी की दूसरी लहर ने हमें सिखाया है कि ऐसी विकट परिस्थिति में आशावान रहने की तुलना में सजग, सतर्क एवं जागरुक रहना ज्यादा बेहतर है।