Biography Of Lal Bahadur Shastri in Hindi
व्यक्तित्व
शास्त्री जी ने अपना सारा जीवन सादगी और गरीबों की सेवा करने में समर्पित कर दिया। एक सादगी पसंद राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ वह एक साफ छवि वाले ईमानदार और देशभक्त प्रधानमंत्री भी थे।
राजनैतिक योगदान
शास्त्री जी ने स्वाधीनता आंदोलनों में बढ़-चढ़कर भाग लिया। लगभग सभी आंदोलनों में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त करने के बाद वह गांधी जी के साथ स्वतंत्रता के मार्ग पर पूर्ण रूप से अग्रसर रहे।
स्वाधीनता आंदोलनों में अपनी सक्रिय भागीदारी की वजह से कई बार जेल भी गये। राजनैतिक क्षेत्र में वे सबसे अधिक गोविंद वल्लभ पंत और जवाहरलाल नेहरू से प्रभावित हुए।
लाल बहादुर शास्त्री की जीवनी
भारत को पूर्ण स्वतंत्रता मिलने के पश्चात शास्त्री जी को उत्तर प्रदेश के संसदीय सचिव के पद पर नियुक्त किया गया साथ ही गोविंद वल्लभ पंत के मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए वह प्रहरी एवं यातायात मंत्री भी बने।
अपने कार्यकाल में उन्होंने पहली बार किसी महिला को संवाहक (कंडक्टर) के पद पर नियुक्त किया इसके अलावा भीड़ को नियंत्रण में रखने के लिए लाठी के जगह पानी की बौछार का प्रयोग भी शास्त्री जी ने ही प्रारंभ कराया। इसके बाद 1951 में जवाहर लाल नेहरु के नेतृत्व में वह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव बनें और फिर यहीं से उनका कद निरन्तर बढ़ता गया।
अपने साफ और निष्पक्ष आचरण के लिए उन्हें वर्ष1963 में कांग्रेस सरकार की ओर से भारत का प्रधानमंत्री निर्वाचित किया गया।
26 जनवरी, 1965को लाल बहादुर शास्त्री ने देश के जवानों और किसानों को अपने कर्म और निष्ठा के प्रति सुदृढ़ करने और देश को खाद्य संबंधी हर क्षेत्र में आत्म निर्भर बनाने के उद्देश्य से ‘जय जवान जय किसान’ का नारा दिया जिसका अनुसरण स्वतंत्र भारत आज भी करताहै।
Biography Of Lal Bahadur Shastri
सम्मान
सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट योगदान और देशभक्ति के लिए उन्हें सन् 1966 में भारत रत्न के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
निधन
उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब ख़ान के साथ युद्ध समाप्त करने के समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद 11 जनवरी, 1966को उनका निधन हो गया। हालांकि भारत की आर्थिक समस्याओं को ठीक ढ़ंग से ना निपटाने और पाकिस्तान के साथ युद्ध समाप्त करने के समझौते पर हस्ताक्षर करने की वजह उनकी काफी आलोचनाएं हुई। लेकिन जम्मू कश्मीर के विवादित प्रांत पर पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ सख्त और दृढ़ व्यवहार अपनाने के चलते उनकी काफी सराहना भी हुई।
शास्त्रीजी के राजनैतिक जीवन में कई उतार-चढ़ाव आए लेकिन उनकी ईमानदार और देशभक्त छवि पर कोई आंच नहीं आई। आज भी भारत के लोग उन्हें उनकी सादगी, ईमानदारी और कर्तव्यपरायणता के लिए याद करते हैं। शास्त्रीजी की मृत्यु को लेकर तरह-तरह के कयासभी लगाये जाते रहे। बहुत से लोगों कामानना है कि शास्त्रीजी की मृत्यु हार्ट अटैक से नहीं बल्कि जहर से हुईहै।
Biography Of Lal Bahadur Shastri | लाल बहादुर शास्त्री का जीवन परिचय
कुछ समय पूर्व प्रकाशित एक अंग्रेजी पुस्तक में लेखकपत्रकारकुलदीप नैयरने इस घटना चक्र पर विस्तार से प्रकाश डाला। जुलाई 2012 में शास्त्री जी के तीसरे पुत्र सुनील शास्त्री ने भी भारत सरकारसे इस रहस्य पर से पर्दा हटाने की माँग की थी।
यहां मैंने लाल बहादुर शास्त्री जी की जीवन परिचय या लेख लिखा है। उनकी जीवन से सम्बन्धित अधिक से अधिक जानकारियों को मैंने आपसे शेयर करने का प्रयास किया है। अगर कहीं कोई वर्तनी में गलती हुई हो तो क्षमा चाहता हूं।
अगर आपके पास कोई और जानकारी है शास्त्री जी से सम्बन्धित तो कृपया हमें कमेन्ट करके जरुर बतायें। हम उसे इस पोस्ट में एड करेंगे।
धन्यवाद