Swami Vivekananda Essay/Biography in Hindi // राष्ट्रीय युवा दिवस पर लेख हिन्दी में // स्वामी विवेकानन्द का जीवन परिचय

राष्ट्रीय युवा दिवस 2021 पर लेख हिन्दी में
( स्वामी विवेकानन्द का जीवन परिचय)

[National Youth Day] [Swami Vivekananda Essay/Biography in Hindi]

नमस्कार,

यहां हम राष्ट्रीय युवा दिवस पर लेख लिख रहे हैं। निबंध को पढ़ने से पहले आइये जानते हैं कि राष्ट्रीय युवा दिवस कब से और क्यों मनाया जाता है-

राष्ट्रीय युवा दिवस कब मनाया जाता है?

महान भारतीय दार्शनिक स्वामी विवेकानन्द जी के जन्म दिवस के मौके पर प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को भारत में “राष्ट्रीय युवा दिवस” पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। वर्ष 1984 में भारत सरकार ने राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में “12 जनवरी” की तिथि घोषित किया और वर्ष 1985 से हर साल 12 जनवरी को भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।





राष्ट्रीय युवा दिवस क्यों मनाया जाता है?

स्वामी विवेकानन्द जी ने अपनी पूरी जिंदगी में युवा पीढ़ी के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जो युवाओं के भविष्य एवं विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।


स्वामी विवेकानन्द जी का मानना था कि युवा ही हमारा भविष्य है। इसलिए स्वामी विवेकानन्द जी के जन्म दिवस के मौके पर प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को भारत में “राष्ट्रीय युवा दिवस” मनाया जाता है।

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स्वामी विवेकानन्द का जीवन परिचय:

स्वामी विवेकानन्द का जन्म कलकत्ता (कोलकाता) में 12 जनवरी 1863 को हुआ था। उनका मूल नाम नरेन्द्र नाथ दत्त था। उनके पिता का नाम विश्वनाथ दत्त एवं माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था। विश्वनाथ दत्त कलकत्ता उच्च न्यायालय में वकील थे और माता गृहणी थी।

स्वामी विवेकानन्द जी एक संत व सच्चे देशभक्त थे। उन्होंने कई विषयों पर अपने बहुमूल्य विचार दिये हैं। स्वामी विवेकानन्द ने योग, राजयोग तथा ज्ञानयोग जैसे ग्रंथों की रचना की। इस दार्शनिक गुरु की जन्म तिथि पर युवा दिवस घोषित करने का उद्देश्य आने वाली पीढ़ी में इनके पवित्र आदर्शों को पैदा करना है।

राष्ट्रीय युवा दिवस रामकृष्ण मिशन के मुख्यालय के साथ ही साथ उनकी अन्य शाखाओं और देश की लगभग सभी शिक्षण संस्थाओं में मनाया जाता है।

स्वामी विवेकानन्द 1893 में अमेरिका गये और शिकागो धर्म संसद में भाग लिया। वह 3 वर्ष (1896 तक) अमेरिका में रहे।

स्वामी विवेकानन्द जी ने कलकत्ता में 01 मई 1897 में “रामकृष्ण मिशन” की स्थापना की। जिसका उद्देश्य शिक्षा, परोपकार, धार्मिक अध्ययन, आध्यात्मिकता आदि है।

स्वामी विवेकानन्द रामकृष्ण परमहंस के परम् शिष्य थे। रामकृष्ण मिशन का ध्येयवाक्य है- आत्मनो मोक्षार्थं जगद् हिताय च अर्थात् अपने मोक्ष और संसार के हित के लिये।

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मुख्य बात:

✔ वर्ष 1984 में भारतीय सरकार द्वारा कि गई घोषणा के तहत प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को स्वामी विवेकानन्द के जन्मदिन के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है।





✔ स्वामी विवेकानन्द का सबसे चर्चित कथन “उठो, जागो और लक्ष्य की प्राप्ति तक रुको मत” है।

✔ राष्ट्रीय युवा दिवस युवाओं को समर्पित एक ऐसा दिन है, जो युवाओं को स्वामी विवेकानन्द के जीवन से सीखने एवं उनके विचारों को अपनाकर देश हित के लिए कार्य करने की प्रेरणा देता है।

✔ देशवासियों के लिए यह दिन बेहद खास है क्योंकि भारत में 25 करोड़ (18%)से अधिक युवा है।

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✔ देश के विभिन्न स्कूलों, शिक्षण संस्थाओं में राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर अनेक कार्यक्रम जैसे योगा उत्सव, खेलकूद, संगीत प्रतियोगिता इत्यादि आयोजित की जाती है।

✔ इस मौके पर युवाओं की देशहित में भागीदारी बढ़ाने हेतु सरकार द्वारा टीवी, सोशल मीडिया, समाचार पत्रों आदि के माध्यम से मोटिवेशनल कहानियां, सफल लोगों के साक्षात्कार आदि प्रसारित कर युवाओं को प्रेरित करने का प्रयास किया जाता है।

स्वामी विवेकानन्द जयंती पर क्यों मनाया जाता है युवा दिवस?

इस पावन धरती पर जन्म लेकर अपने विचारों एवं कर्मों से दुनिया में अलौकिक प्रसिद्धि हासिल करने वाले स्वामी विवेकानन्द के जन्मदिन को भारत में युवा दिवस के तौर पर मनाने का मुख्य कारण है उनके महान विचार एवं आदर्शवादी शख्सियत।

आज की युवा पीढ़ी अगर स्वामी विवेकानन्द के विचारों, सिद्धांतों एवं दर्शन का पालन करे तो इस राष्ट्र को महान बनने से कोई नहीं रोक सकता। महान विचारों एवं आदर्शवादी शख्सियत के तौर पर दुनिया में प्रसिद्ध स्वामी विवेकानन्द ने युवाओं को एकजुट कर उन्हें जीवन में कुछ बेहतर करने के लिए प्रेरित किया।

इस महान पुरुष को युवाओं के प्रेरणा स्रोत के तौर पर जाना जाता है। उनका जीवन एक किताब की तरह है अगर कोई इसे पढ़ ले और उनके विचारों का अनुसरण कर ले तो उसका जीवन भी महान बन जाएगा।

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राष्ट्रीय युवा दिवस का इतिहास:

यह सर्वज्ञात है कि 12 जनवरी को स्वामी विवेकानन्द के जन्म दिवस पर हर वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने के लिये भारतीय सरकार ने सन् 1984 में घोषित किया था। स्वामी विवेकानन्द का दर्शन और उनके आदर्श की ओर देश के सभी युवाओं को प्रेरित करने के लिये भारत सरकार द्वारा ये फैसला किया गया था।

स्वामी विवेकानन्द के विचारों और जीवन शैली के द्वारा युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए और देश के भविष्य को बेहतर बनाने के लिये राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है।

इसे मनाने का मुख्य लक्ष्य भारत के युवाओं के बीच स्वामी विवेकानन्द के आदर्शों और विचारों को लाना है। भारत को विकसित देश बनाने के लिये उनके बड़े प्रयासों के साथ ही युवाओं के अनन्त ऊर्जा को जागृत करने के लिये यह बहुत अच्छा तरीका है।

स्वामी विवेकानन्द द्वारा कहे गये कुछ मुख्य कथन:

⇨ “धर्म आदमी में पहले से ही देवत्व की अभिव्यक्ति है।”

⇨ “धन पाने के लिए कड़ा संघर्ष करो पर उससे लगाव मत करो।”

⇨ “जो गरीबों में, कमजोरों में और बीमारियों में शिव को देखता है, वो सच में शिव की पूजा करता है।”

⇨ “उच्चतम आदर्श को चुनो और उस तक अपना जीवन जियो। सागर की तरफ देखो न कि लहरों की तरफ।”





⇨ “प्रत्येक आत्मा संभावित परमात्मा है।”

⇨ “महसूस करो कि तुम महान हो।”

⇨ “कुछ सच्चे, ईमानदार और ऊर्जावान पुरुष और महिलाएं एक वर्ष में एक सदी की भीड़ से अधिक कार्य कर सकते हैं।”

⇨ “आप भगवान में तब तक विश्वास नहीं कर सकते जब तक आप खुद में विश्वास नहीं करते।”

⇨ “जब एक विचार मन में आता है तो ये वास्तविक, शारीरिक या मानसिक स्थिति में तब्दील हो जाता है।”

⇨ “मृत्यु तो निश्चित है, अच्छे काम करते हुए मरना सबसे बेहतर है।”

⇨ “दिन में एक बार खुद से बात अवश्य करें, नहीं तो आप संसार के सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति से मिलने से चूक जाओगे।”

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⇨ “काम, काम, काम बस काम करना ही आपके जीवन का मुख्य उद्देश्य होना चाहिये।”

⇨ “पृथ्वी का आनन्द नायकों द्वारा लिया जाता है, यह अमोघ सत्य है, अत: एक नायक बनो और सदैव कहो कि मुझे कोई डर नहीं।”


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न [FAQ]:

Ques.- राष्ट्रीय युवा दिवस कब मनाया जाता है?

Ans- 12 जनवरी को।

Ques.- स्वामी विवेकानन्द का जन्म कब हुआ था?

Ans- 12 जनवरी 1863 को।

Ques.- स्वामी विवेकानन्द का जन्म कहाँ हुआ था?

Ans- कलकत्ता (कोलकाता) में।

Ques.- राष्ट्रीय युवा दिवस कबसे मनाया जाता है?

Ans- सन् 1985 से

Ques.- स्वामी विवेकानन्द का सबसे चर्चित कथन कौन सा है?

 Ans- “उठो, जागो और लक्ष्य की प्राप्ति तक रुको मत”।


उम्मीद करता हूँ कि इस लेख से आपको राष्ट्रीय युवा दिवस के बारे में अच्छी जानकारी मिली होगी। अगर यह लेख पसन्द आया हो तो इसे अपनों के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से शेयर जरुर करें।

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लेख को पूरा पढ़ने के लिए बहुत धन्यवाद..

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