सीडीएस बिपिन रावत जीवनी जन्म, परिवार, शिक्षा, सैन्य कैरियर | CDS Bipin Rawat Biography, Family, Education and Military Career in Hindi

सीडीएस बिपिन रावत जीवनी, सैन्य कैरियर, परिवार, शिक्षा, 

(CDS Bipin Rawat Biography, Family, Education and Military Career)

        यहां हम CDS बिपिन रावत की जीवनी लिख रहे हैं, जो दुर्भाग्य से अब हमारे साथ नहीं हैं। जनरल बिपिन रावत भारत के पहले सीडीएस थे। IAF Mi175 V5 हेलीकॉप्टर आज तमिलनाडु के कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें CDS रावत के साथ परिवार के सदस्य और कर्मचारी सवार थे। उन्हें IAF (भारतीय वायुसेना) ने उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सदस्यों को मृत घोषित कर दिया। इस दुखद और दुखी क्षण में, उनके जीवन पर एक नज़र डालें।

CDS Bipin Rawat Biography, Family, Education and Military Career


सीडीएस बिपिन रावत जीवनी:
(CDS Bipin Rawat Biography)

जनरल बिपिन रावत भारतीय सेना की एक general quartet थे जिन्हें 30 दिसंबर, 2021 को भारत का पहला सीडीएस नियुक्त किया गया था। उन्होंने 1 जनवरी, 2020 को पदभार ग्रहण किया था।

सीडीएस बिपिन रावत के बारे में:
(About CDS Bipin Rawat):

जन्म-        16 मार्च 1958 (पौड़ी, उत्तराखंड)

मृत्यु-        8 दिसंबर 2021 (कुन्नूर, तमिलनाडु)

आयु-        63 वर्ष

शिक्षा-       राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (B.Sc.) I.M.A. रक्षा

                सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (एमफिल)

                अमेरिकी सेना कमान और जनरल स्टाफ कॉलेज (ILE)

                चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (पीएचडी)

पत्नी-          मधुलिका रावत

पिता-         लेफ्टिनेंट जनरल लक्ष्मण सिंह रावत

सेवा-          06 दिसंबर 1978 से 08 दिसम्बर 2021

पुरस्कार-    परम विशिष्ट सेवा पदक उत्तम युद्ध सेवा पदक

                  अति विशिष्ट सेवा मेडल

                  युद्ध सेवा पदक

                  सेना पदक

                  विशिष्ट सेवा पदक

जन्म, परिवार और बच्चे:
(Birth, Family and Child)

        रक्षा प्रमुख जनरल बिपिन रावत का जन्म 16 मार्च 1958 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में एक क्षत्र‍िय परिवार में हुआ था। जनरल बिपिन रावत के पिता लक्ष्मण सिंह रावत सेना में लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर सेवा दी। उनकी मां उत्तराखंड के उत्तरकाशी के एक पूर्व विधायक की बेटी थीं।

जनरल रावत और पत्नी मधुलिका रावत से दो लड़कियां हैं। कृतिका और तारिणी रावत

शिक्षा: (Education)

        उन्होंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा देहरादून के कैम्ब्रियन हॉल स्कूल और शिमला के सेंट एडवर्ड स्कूल में प्राप्त की। आगे की पढ़ाई उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा एकेडमी, खडकवासला और भारतीय सैन्य एकेडमी देहरादून से की, जहाँ उन्हें स्वॉर्ड मानद से सम्मानित किया गया।

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उन्होंने डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (DSSC), वेलिंगटन और यूनाइटेड स्टेट्स आर्मी स्टाफ एंड कमांड कॉलेज, फोर्ट लीवेनवर्थ, कंसास के सीनियर कमांड कोर्स (Command Course) से स्नातक भी किया।

बिपिन रावत ने एम0फिल की उपाधि, मद्रास विश्वविद्यालय से रक्षा विज्ञान (Defense Science) में डिग्री,  Diploma in Administration और Computer Science की पढ़ाई की।

सन् 2011 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय द्वारा इन्हें सैन्य मीडिया अध्ययन के क्षेत्र में शोध के लिए पी0एच0डी0 की मानद उपाधि दी गयी। सैन्य संसाधनों के सामरिक अध्ययन में अपने शोध के लिए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से दर्शनशास्त्र में।

सैन्य सेवायेंः (Military Services)

बिपिन रावत ने 16 दिसंबर 1978 को  ग्यारहवीं गोरखा राइफल्स की 5वीं बटालियन से अपने करियर की शुरुआत की थी।

आतंकवाद विरोधी अभियानों में उन्होंने 10 साल बिताए।

मेजर के पद पर रहते हुए बिपिन रावत ने उरी, जम्मू और कश्मीर में एक कंपनी की कमान संभाली। उन्होंने कर्नल के रूप में किबिथू (Kibithu) में एलएसी के साथ अपनी बटालियन की कमान संभाली।

ब्रिगेडियर (Brigadier) के पद पर पदोन्नत (Promoted) होने के बाद, उन्होंने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (MONUSCO) में अध्याय VII मिशन के दौरान सोपोर में राष्ट्रीय राइफल्स के सेक्टर 5 और बहुराष्ट्रीय ब्रिगेड की कमान संभाली।

जहां उन्हें दो बार फोर्स कमांडर के सम्मान से नवाजा गया।

CDS Bipin Rawat Biography in Hindi

बिपिन रावत ने उरी में उन्नीसवीं इन्फैंट्री डिवीजन (Infantry Division) के कमांडिंग जनरल की भूमिका ग्रहण की, जब उन्हें मेजर जनरल के पद पर पदोन्नत किया गया।

एक लेफ्टिनेंट जनरल के रूप में वह पुणे में दक्षिणी सेना की कमान संभालने से पहले दीमापुर में स्थित III कोर की कमान संभाली।

सेना कमांडर (Army Commander) के पद पर पदोन्नत होने के बाद उन्होंने दक्षिणी कमान के कमांडर जनरल (GOCinC) का पद ग्रहण किया। इसके तुरंत बाद, उन्हें सेना के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ के पद पर पदोन्नत किया गया।

सीडीएस बिपिन रावत जीवनी जन्म, परिवार, शिक्षा, सैन्य कैरियर

2016 में 17 दिसंबर को भारत सरकार द्वारा थल सेना का 27वां चीफ ऑफ स्टाफ (Chief of Staff) नियुक्त किया गया था और 31 दिसंबर 2016 को पदभार ग्रहण किया था।

30 दिसंबर, 2019 को पहली सीडीएस की नियुक्ति हुई और 01 जनवरी, 2020 को पदभार ग्रहण किया।

          रैंक                            नियुक्ति की तिथि

सेकेण्ड लेफ्टिनेंट                     16 दिसंबर 1978

लेफ्टिनेंट                                 16 दिसंबर 1980

कैप्टेन                                      31 जुलाई 1984

मेजर(Major)                          16 दिसंबर 1989

लेफ्टिनेंट कर्नल                        01 जून 1998

कर्नल                                      01 अगस्त 2003

ब्रिगेडियर                                01 अक्टूबर 2007

मेजर जनरल                            20 अक्टूबर 2011

लेफ्टिनेंट जनरल                      01 जून 2014

जनरल (सीओएएस)                 01 जनवरी 2017

जनरल (सीडीएस)                   30 दिसंबर 2019

पूर्वोत्तर में आतंकवाद को कम करना:

(Reducing militancy in the northeast)

उन्होंने 2015 में म्यांमार में सीमा पार जाकर ऑपरेशन चलाया जो इनके करियर का महत्वपूर्ण एक्शन था। बिपिन रावत ने पूर्वोत्तर में आतंकवाद को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

जिसमें भारतीय सेना ने एनएससीएनके (NSCNK) उग्रवादियों द्वारा किए गए घात का सफलतापूर्वक जवाब दिया। मिशन को रावत की देखरेख में III कोर दीमापुर की ऑपरेशनल कमांड द्वारा अंजाम दिया गया।

सर्जिकल हमलों में भूमिका:
(Role in surgical attacks)

बिपिन रावत 2016 के सर्जिकल हमले (Surgical Attacks) की योजना के महत्वपूर्ण हिस्सा थे। इस हमले (सर्जिकल स्ट्राइक) में भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा को पार कर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में प्रवेश किया और मुंहतोड़ जबाब दिया था।

बताया जाता है कि रावत दक्षिणी ब्लॉक (नई दिल्ली) से पूरे घटनाक्रम की निगरानी कर रहे थे।

CDS बिपिन रावत पुरस्कार और सम्मान:
(CDS Bipin Rawat Awards and Honors)

इन सम्मानों के उल्लेख के बिना बिपिन रावत की जीवनी अधूरी होगी।

CDS जनरल बिपिन रावत ने अपने 40 से अधिक वर्षों के करियर के दौरान विशिष्ट सेवा के लिए कई पदक और सम्मान प्राप्त किए हैं जो निम्न है-

1- परम विशिष्ट सेवा मेडल

2- उत्तम युद्ध सेवा मेडल

3- अति विशिष्ट सेवा पदक

4- युद्ध सेवा पदक

5- सेना मेडल

6- विशिष्ट सेवा मेडल

7- घाव (Wound) मेडल

8- सामान्य सेवा मेडल

9- विशेष सेवा पदक

10- ऑपरेशन पराक्रम मेडल

11- सैन्य सेवा मेडल

12- उच्च ऊंचाई सेवा पदक (High Altitude Service Medal)

13- विदेश सेवा पदक

14- स्वतंत्रता की 50वीं वर्षगांठ पदक

15- 30 वर्ष लंबी सेवा पदक

16- 20 साल लंबी सेवा पदक

17- 9 साल लंबी सेवा पदक

18- संयुक्त राष्ट्र शांतिस्थापन (मोनुस्को)

सेना कमांडर के रूप में बिपिन रावत की अन्य उपलब्धियां:

(Other Achievements of Rawat as Army Commander)

रावत ने सेना के गठन में भी अहम भूमिका निभाई। उन्होंने प्रशासनिक हस्तक्षेप को कम करने, दोहरेपन को कम करने और युद्ध क्षमता को बढ़ाने के लिए सेना के पुनर्गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

संयुक्त राज्य अमेरिका में खरीदी गई नई असॉल्ट राइफलें। उन्होंने सेना के आधुनिकीकरण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

सीडीएस बिपिन रावत का निधन:
(CDS Bipin Rawat Death)

8 दिसम्बर 2021 को सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी और उनके निजी स्टाफ़ के अन्य सदस्यों समेत कुल 10 यात्री और चालक दल के 4 सदस्य भारतीय वायुसेना के IAF Mi-175 V5 हैलिकॉप्टर पर सवार थे। यह हैलिकॉप्टर सुलुरु वायुसेना हवाई अड्डे से वेलिंगटन स्थित रक्षा सेवा स्टाफ़ कॉलेज जा रहा था। इस कॉलेज में जनरल रावत को व्याख्यान देना था।

CDS Bipin Rawat Biography, Family, Education and Military Career in Hindi

अपराह्न 12:10 बजे के आसपास, नीलगिरि जिले के कुन्नूर (Coonoor) तालुके के बांदीशोला ग्राम पंचायत में स्थित एक चाय के बगान की आवासीय कॉलोनी के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जहाँ हेलिकॉप्टर को उतरना था वहाँ से दुर्घटना का स्थान लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर था।

बाद में भारतीय वायुसेना द्वारा सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत अन्य 11 के निधन की पुष्टि की गयी। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह इस दुर्घटना में जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति हैं। निधन के समय सीडीएस बिपिन रावत की उम्र 63 वर्ष थी।

10 दिसम्बर (शुक्रवार) को जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार हिन्दू रीतियों के अनुसार बरार चौक पर किया गया। पूरे सैन्य सम्मान के साथ 17 तोपों की सलामी भी दी गयी। दाह-संस्कार की रस्म को उनकी दोनों बेटियों द्वारा संपन्न किया गया।

इस अप्रिय और दिल को झकझोर देने वाले क्षण में, यह सीडीएस बिपिन रावत की जीवनी की एक छोटी सी झलक है।

प्रभु श्रीराम उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें।🙏

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