राहुल गांधी जीवन परिचय, लेटेस्ट न्यूज | Rahul Gandhi Biography In Hindi

राहुल गांधी जीवन परिचय, लेटेस्ट न्यूज, Rahul Gandhi Biography In Hindi, Politician Rahul Gandhi, Rahul Gandhi Net Worth, Age, Child, Wiki, Wife, Family, Date of Birth, Career etc

राहुल गांधी एक भारतीय राजनेता और लोकसभा के पूर्व सदस्य हैं। राहुल गांधी ने लोकसभा में अमेठी (उत्तर प्रदेश) और वायनाड (केरल) के निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व किया है। राहुल गांधी केन्द्र में सरकार के मुख्य विपक्षी पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य हैं। राहुल गांधी 16 दिसंबर 2017 से 3 जुलाई 2019 तक कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

राहुल गांधी भारत के प्रसिद्ध गांधी और नेहरू परिवार से ताल्लुक रखते हैं। 2009 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को मिली बड़ी जीत का श्रेय राहुल को दिया गया था। उनकी राजनैतिक रणनीतियों में जमीनी स्तर पर सक्रिय रहकर काम करने पर बल देना, गांव में रहने वाले नागरिकों के साथ अच्छे संबंध स्थापित करना और कांग्रेस पार्टी के आंतरिक लोकतंत्र को मजबूत करने की कोशिश करना प्रमुख है।

पूरा नाम राहुल राजीव गांधी
पिता का नाम स्वर्गीय श्री राजीव गांधी
माता का नाम श्रीमती सोनिया गांधी
जन्म स्थान दिल्ली, भारत
जन्म की तारीख 19 जून 1970
चुनाव क्षेत्र वायनाड, केरल
पार्टी का नाम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
शिक्षा स्नातक, एम0फिल0

राहुल गांधी का बचपन और शिक्षा (Rahul Gandhi’s childhood and education)

राहुल गांधी का जन्म 19 जून 1970 को नई दिल्ली में हुआ था। राहुल गांधी का जन्म भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और काँग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी के यहां हुआ था। राजीव और सोनिया के दो बच्चे हैं जिनमें राहुल गांधी बड़े हैं और प्रियंका वाड्रा छोटी। राहुल गांधी की दादी का नाम इंदिरा गांधी है जो भारत की पूर्व प्रधानमंत्री थीं।

राहुल गांधी की प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के सेंट कोलंबस स्कूल से हुई थी। इसके बाद वो देश के सबसे चर्चित स्कूल दून विद्यालय में पढ़ने के लिए चले गये। दून विद्यालय में राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी ने भी पढ़ाई की थी। राहुल गांधी को वर्ष 1981 से 1983 तक कुछ सुरक्षा कारणों से अपनी पढ़ाई घर से ही रहकर करनी पड़ी थी।

हार्वर्ड विश्वविद्यालय के रोलिंस कॉलेज, फ्लोरिडा से वर्ष 1994 में राहुल गांधी ने कला वर्ग से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। राहुल गांधी ने स्नातक के बाद कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के ट्रिनिटी कॉलेज से वर्ष 1995 में एम0फिल0 की उपाधि प्राप्त किया।

राहुल गांधी की दिनचर्या (Rahul Gandhi’s daily routine)

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद राहुल गांधी का दैनिक जीवन भी काफी अलग है। वह स्वास्थ्यवर्धक भोजन लेते हैं। राहुल सुबह नाश्ते में इडली, डोसा और सांभर लेते हैं और साथ में ड्राई फ्रूट्स का सेवन भी करते हैं। खुद को फिट रखने के लिए राहुल नींबू-पानी और सॉफ्ट ड्रिंक्स भी लेते हैं। दोपहर और रात के भोजन में वह रोटी सब्जी, दाल-चावल, दक्षिण भारतीय खाने के अलावा मांस खाना भी पसंद करते हैं।

व्यवसाय (Business)

स्नातक की पढ़ाई पूरी कर लेने के बाद राहुल गांधी ने प्रबंधन गुरु ‘माइकल पोर्टर’ की प्रबंधन परामर्श कंपनी ‘मॉनीटर ग्रुप’ के साथ तीन वर्ष तक काम किया। काम करने के दौरान कंपनी के लोग और राहुल के साथ काम करने वाले कर्मचारी इस बात से बिल्कुल अन्जान थे कि वे किसके साथ काम कर रहे हैं। राहुल गांधी ने यहां अपना पहचान छिपाकर अपने दूसरे नाम राउल विंसी के नाम से काम कर रहे थे।

अमित शाह का जीवन परिचय हिन्दी में

विपक्षी पार्टी के लोग और राहुल गाँधी के आलोचक उनके इस कदम को गलत ठहराते हुए ये तर्क देते हैं कि राहुल को भारत से भारतीय नाम से नफरत है इसलिए उन्होंने अपना नाम राउल विंसी रखा था जबकि काँग्रेसी नाम बदलने के क्रम को उनकी सुरक्षा से जोड़ कर देखते हैं। वर्ष 2002 के अंत में राहुल ने अभियांत्रिकी और प्रौद्योगिकी से संबंधित कम्पनी ‘आउटसोर्सिंग कंपनी बैकअप्स सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड’ मुंबई के निदेशक-मंडल के सदस्य के रूप में भी काम किया।

राहुल गांधी का विवाह और बच्चे (Rahul Gandhi Marriage and Children)

राहुल गांधी की उम्र 53 वर्ष से अधिक हो चुकी है लेकिन अभी तक उन्होंने विवाह नहीं किया है। हालांकि उनके अफेयर को लेकर कई बार खबरें वायरल हुईं लेकिन हर बार ये खबरें अफवाह ही साबित हुईं। राहुल गांधी की कोई संतान नहीं है।

राजनीतिक कैरियर (Political Career)

वर्ष 2003 में राहुल गांधी के सक्रिय राजनीति में शामिल होने की चर्चा बहुत तेज थी। मीडिया में अनकों अटकलें लगायी जा रही थी। वह सार्वजनिक जगहों पर और कांग्रेस पार्टी की बैठकों में अक्सर अपनी माँ के साथ दिखाई देते थे। एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच देखने और सद्भावना यात्रा पर अपनी छोटी बहन प्रियंका वाड्रा के साथ पाकिस्तान भी गए थे।

जनवरी 2004 में राहुल गांधी ने जब अमेठी का दौरा किया तब उनकी बहन के राजनीति में संभावित प्रवेश के बारे में अटकलें और भी तेज हो गयीं। अमेठी उनके पिता का पूर्व निर्वाचन क्षेत्र था और उस समय उनकी माँ वहां से सांसद थीं। उस समय राहुल ने कहा था कि ‘मैं राजनीति के खिलाफ नहीं हूँ’ अभी मैंने यह तय नहीं किया है कि मैं कब राजनीति में प्रवेश करूँगा और वास्तव में करूँगा भी या नहीं यह कोई तय नहीं है। राहुल ने कुछ भी स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दिया।

मार्च 2004 में उन्होंने घोषणा किया कि वो राजनीति में शामिल होंगे और मई 2004 में होने वाले लोकसभा का चुनाव भी लड़ेंगे। इसके बाद से वह सक्रिय राजनीति का हिस्सा बन गये और अपने पिता राजीव गांधी के पूर्व निर्वाचन क्षेत्र अमेठी (उत्तर प्रदेश) से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतर गये। अमेठी से उनके चाचा संजय गांधी और उनकी मां सोनिया गांधी भी सांसद रह चुकी हैं। संजय गांधी की एक विमान दुर्घटना के मौत हो गई थी।

2004 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी लगभग 290000 के अन्तर से चुनाव जीते। इस जीत के साथ राहुल गांधी अपने चुनाव क्षेत्र को गांधी परिवार का गढ़ बनाए रखने में कामयाब रहे। कांग्रेस ने सत्ता में रहे भारतीय जनता पार्टी को हरा दिया। राहुल गांधी का अभियान उनकी छोटी बहन प्रियंका वाड्रा के देखभाल में किया गया था।

वर्ष 2006 तक राहुल गांधी ने सांसद के अलावा कोई अन्य पद नहीं लिया और अमेठी के मुद्दों और उत्तर प्रदेश की राजनीति पर अपना ध्यान केंद्रित किया। उस समय भारतीय और विदेशी मीडिया में ये खबरें चल रही थी कि सोनिया गांधी भविष्य के लिए एक राष्ट्रीय स्तर का नेता बनाने के लिए राहुल गांधी को तैयार कर रही हैं, और यह बात बाद में सच भी साबित हुई। हालांकि अमेठी से राहुल गांधी ने बेसक बड़े मार्जिन से जीत हासिल किया लेकिन उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का हाल बहुत बुरा था। उस चुनाव में राज्य की 80 सीटों में से सिर्फ 10 लोकसभा सीटें कांग्रेस के पास थी।

वर्ष 2006 में कांग्रेस के हैदराबाद में हुए एक सम्मेलन में इनके पार्टी के सदस्यों ने राहुल गांधी को एक और महत्वपूर्ण भूमिका के लिए प्रोत्साहित किया। राहुल ने कहा की मैं इसकी सराहना करता हूँ और मैं आपकी भावनाओं और इतने विशाल समर्थन के लिए आभारी हूँ। राहुल ने कहा कि मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूँ कि मैं आपको कभी निराश नहीं करूँगा, लेकिन आप लोग थोड़ा धैर्य रखिये। राहुल ने उस समय पार्टी में कोई भी पद लेने से इन्कार कर दिया था।

उत्तर प्रदेश में विधानसभा 2007 के चुनावों के लिए कांग्रेस के एक उच्च स्तरीय अभियान में राहुल ने मुख्य भूमिका निभायी। हालाँकि 2007 के चुनावों में कांग्रेस ने सिर्फ 22 सीटें ही जीतीं। इस विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) को बहुमत मिला था, जो अनुसूचित जाति और पिछड़ी जाति के लोगों का प्रतिनिधित्व करती है।

द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय

24 सितंबर 2007 को पार्टी संगठन में फेर-बदल कर राहुल गांधी को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति का महासचिव बनाया गया उसी समय राहुल को युवा कांग्रेस और भारतीय राष्ट्रीय छात्रसंघ के कार्यभार का जिम्मा भी सौंप दिया गया।

लोकसभा चुनाव 2009

2009 के लोकसभा चुनावों में राहुल गांधी ने 71.8% वोटों के साथ बहुजन समाज पार्टी के प्रत्यासी आषीश शुक्ला को 3,70,198 वोटों के भारी अन्तर से पराजित किया और अपनी अमेठी निर्वाचन क्षेत्र को बनाए रखा। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी अमेठी में तीसरे नम्बर पर थी।

2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने कुल 80 सीटों में से 21 सीटें जीतकर उत्तर प्रदेश में खुद को पुनर्जीवित किया। उत्तर प्रदेश में हुए इस बदलाव का श्रेय कांग्रेस ने राहुल गांधी को ही दिया। लगभग 42 दिन में राहुल गांधी ने देश भर में 125 रैलियों को संबोधित किया था।

लोकसभा चुनाव 2014

2014 के लोकसभा चुनावों में राहुल गांधी को 46.7 फीसदी के साथ कुल 4,08,651 मत मिले। इस चुनाव में राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार स्मृति ईरानी को लगभग 1,08,000 वोटों के अन्तर से हराया और पुनः अपनी अमेठी सीट पर जीत को कायम रखने में कामयाब रहे।

हालांकि इस जीत में भी उन्हें अन्दर ही अन्दर हार का भय दिखाई दिया। जीत के बाद भी राहुल गांधी का डर स्वभाविक था क्योंकि जीत का मार्जिन पहले की तुलना में काफी कम रहा। उन्हें इस बात का अन्दाजा लगने लगा कि अमेठी के लोग अब केवल गांधी उपनाम के वजह से वोट नहीं देने वाले हैं, अमेठी के लोगों को भी अब काम और विकास चाहिए।

2014 लोकसभा चुनाव के पहले स्मृति ईरानी ने अमेठी के लोगों के बीच काफी समय दिया था जो राहुल गांधी ने कभी नहीं किया। राहुल गांधी बस चुनाव के समय ही अमेठी में नजर आते थे।

लोकसभा चुनाव 2019

2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी और पार्टी को अंदेशा हो गया था कि अब अमेठी से जीत पाना आसान नहीं वो भी तब जब स्मृति ईरानी जैसी कद्दावर उम्मीदवार सामने हो। 2014 के चुनाव के बाद से ही स्मृति ईरानी ने अमेठी के लोगों का हर सम्भव मदद किया और ज्यादा समय उनके बीच बिताया। हार के बाद भी स्मृति को केन्द्र सरकार ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय का कार्यभार सौंपा।

खुद के पास मंत्रालय और केन्द्र में अपनी पार्टी की सरकार होने के वजह से स्मृति ने सांसद न होते हुए भी ज्यादा काम किया और अमेठी की जनता से कई वादे भी किये। इस चुनाव में हार के डर के वजह से राहुल गांधी को पार्टी ने दो जगह से चुनाव लड़ाने का फैसला किया और उन्हें अमेठी के साथ-साथ मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र केरल के वायनाड से चुनाव लड़ाया।

नरेन्द्र मोदी का जीवन परिचय

अमेठी को लेकर राहुल और कांग्रेस पार्टी का डर सही भी साबित हुआ और 2019 के चुनाव में राहुल गांधी को अपनी पुश्तैनी सीट अमेठी से हार का सामना करना पड़ा। स्मृति ईरानी को 49.7 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 4,68,514 मत प्राप्त हुआ और राहुल गांधी का वोट शेयर 46.7 प्रतिशत से घटकर 43.9 प्रतिशत रह गया।

इन्हें कुल 4,13,394 मत प्राप्त हुए। स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को 55,000 से अधिक मतों से चुनाव हरा दिया। हालांकि राहुल वायनाड से चुनाव जीत गये थे। वायनाड से राहुल गांधी 64.7 फीसदी वोट पाकर पहले स्थान पर रहे और सी0पी0आई0 के उम्मीदवार पी0पी0सुनीर को 4,31,779 वोट से हरा दिया।

2022 भारत जोड़ो यात्रा Rahul Gandhi Biography In Hindi

राहुल गांधी ने 07 सितंबर 2022 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से भारत जोड़ो यात्रा शुरू की गई थी। यह यात्रा कन्याकुमारी से शुरू होकर श्रीनगर में खत्म हुआ था। इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों से होकर गुजरे और 150 दिनों में 4,080 किलोमीटर की दूरी तय की थी।

राहुल गांधी एक बार फिर 14 जनवरी 2024 से पैदल यात्रा पर निकलने वाले हैं। इस यात्रा का नाम भारत जोड़ो न्याय यात्रा होगा। इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय के प्रति अपने विचार को जनता के सामने रखेंगे। यह यात्रा मणिपुर से मुम्बई तक की होगी और यह 15 राज्यों के 66 जिलों से होकर गुजरेगी। यह यात्रा 20 मार्च को खत्म होगी।

राहुल गांधी की नेट वर्थ (Rahul Gandhi’s Net Worth)

गांधी-नेहरू परिवार से होने के कारण राहुल गांधी की गिनती अमीर नेताओं में होती है। नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं लेकिन संपत्ति के मामले में वो राहुल गांधी से काफी पीछे हैं। मोदी जी की कुल संपत्ति 2.23 करोड़ रूपये है जबकि राहुल गांधी के पास कुल 14.85 करोड़ की संपत्ति है। राहुल गांधी को 2.34 करोड़ रूपये की जमीन विरासत में मिली है। यह जमीन महरौली (दिल्ली) में है। कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राहुल गांधी की कमाई 10 लाख रूपये प्रतिमाह है।

राहुल गांधी से जुड़े रोचक तथ्य (Interesting Facts About to Rahul Gandhi)

राहुल, गांधी-नेहरू परिवार से संबंध रखते हैं और खुद एक करोड़पति हैं। लेकिन अब तक इनके नाम से कोई भी कार या बाइक नहीं है। कहीं आने-जाने के लिए वे सरकारी गाड़ियो का प्रयोग करते है।

वर्ष 2011 में जब वे परसौल (उत्तर प्रदेश) में आन्दोलन कर रहे किसानों से मिलने जा रहे थे तो इन्हे यू0पी0 पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि 3 घंटे बाद प्रशासन ने इन्हें रिहा कर दिया।

राहुल राजनीति में नए जमाने के युवा नेता हैं। ये अपनी पार्टी के हित के लिए नित नए-नए प्रयोग करते रहते है। इन प्रयोगों से राहुल को प्रसिद्धि कम मिलती है विवादों का सामना ज्यादा करना पड़ता है। ऐसे ही कुछ नये प्रयोगों के वजह से उनकी संसद सदस्यता भी चली गयी।

देश की अदालत की तरह राहुल ने भी समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से बाहर करने का सुझाव दिया है।

राहुल गांधी महिलाओं के समानता वाले मुद्दे पर भी अक्सर महिलाओं के पक्ष में ही रहते है। इन्होंने लोकसभा और राज्य सभा में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का भी समर्थन किया था।

राहुल मार्शल आर्ट एकिडो में ब्लैक बेल्ट हैं और इन्हें दौड़ना, तैराकी करना और जिम करना भी पसन्द है। इसके अलावा राहुल कुशल पायलट भी हैं।

आलोचना (Criticism)

वर्ष 2006 में Newsweek ने यह आरोप लगाया था की राहुल ने हार्वर्ड और कैंब्रिज में अपनी डिग्री पूरी नहीं की थी और मॉनिटर ग्रुप में काम भी नहीं किया था। उसके बाद जवाब में राहुल गांधी के कानूनी टीम ने एक कानूनी नोटिस भेजा। नोटिस जारी होने के बाद Newsweek अपने द्वारा लगाये आरोपों से मुकर गया।

एक कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने 1971 में पाकिस्तान के टूटने को अपने परिवार के राजनीतिक सफलताओं में गिनाया। इस बयान के बाद भारत के कई राजनीतिक दलों के साथ ही विदेश कार्यालय के प्रवक्ता सहित पाकिस्तान के कई नेताओं ने इस बयान की आलोचना की। प्रसिद्ध मार्क्सवादी इतिहासकार इरफान हबीब ने कहा की यह टिप्पणी बांग्लादेश आंदोलन का अपमान है।

कांग्रेस सांसद धीरज साहू का जीवन परिचय

उत्तर प्रदेश में 2007 चुनाव अभियान के दौरान राहुल ने कहा की यदि कोई गांधी नेहरू परिवार से राजनीति में सक्रिय होता तो, बाबरी मस्जिद नहीं गिरी होती। राहुल का ये बयान पी0वी0 नरसिंम्हा राव पर हमला था, जो मस्जिद के विध्वंस के दौरान (वर्ष 1992 में) प्रधानमंत्री थे।

राहुल द्वारा नेहरू गांधी परिवार पर की गई टिप्पणियों की भारतीय जनता पार्टी के नेता वेंकैया नायडू ने जमकर आलोचना की। नायडू ने पुछा की क्या गांधी नेहरू परिवार आपातकाल लगाने की जिम्मेदारी लेगा?

वर्ष 1989 में सेंट स्टीफेंस कॉलेज, दिल्ली में राहुल गांधी का दाखिला विवादास्पद रहा। राहुल को एक प्रतिस्पर्धात्मक पिस्तौल निशानेबाज़ के रूप में उन्हें उनकी क्षमताओं के आधार पर सेंट स्टीफेंस कॉलेज में दाखिल किया गया था, जो विवादित था। राहुल ने 01 साल बाद वर्ष 1990 में उस कॉलेज को छोड़ दिया था।

वर्ष 2008 में उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने राहुल गांधी को चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित करने के लिए सभागार का उपयोग करने से रोक लगा दिया था। इसके बाद राज्यपाल श्री टी0वी0 राजेश्वर ने विश्वविद्यालय के कुलपति वी0के0 सूरी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया था। टी0वी0 राजेश्वर कुलाधिपति भी थे। टी0वी0 राजेश्वर गांधी परिवार के कट्टर समर्थक थे। कुलपति श्री वी0के0 सूरी को टी0वी0 राजेश्वर ने ही नियुक्त किया था।

वर्ष 2009 में ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड मिलीबैंड के साथ उनके संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अमेठी (उत्तर प्रदेश) के नजदीक एक गाँव में राहुल के गरीबी पर्यटन यात्रा की गंभीर आलोचना की गई थी।

वर्ष 2017 में भारत और चीन के बीच चल रहे डोकलाम विवाद के दौरान राहुल गांधी का चीनी राजदूत से चोरी छिपे मिलना भी काफी विवादास्पद रहा।

वर्ष 2023, मार्च माह में सूरत के एक न्यायालय ने राहुल गांधी को पूर्व के एक मानहानि के मामले में दोषी ठहराया था और उन्हें दो साल कारावास का सजा सुनाया था। गुजरात के पूर्व मंत्री और पश्चिम सूरत से भारतीय जनता पार्टी के विधायक पूर्णेश मोदी द्वारा 13 अप्रैल, 2019 को मामला दायर किया गया था। मामला राहुल गांधी द्वारा कोलार (कर्नाटक) में एक चुनाव रैली में की गई टिप्पणी से सम्बन्धित था।

रैली में राहुल ने कहा था कि, “सब चोरों के नाम मोदी” ही कैसे है? उदाहरण में उन्होंने नीरव मोदी, ललित मोदी, नरेन्द्र मोदी का नाम लिया था और बोला था कि थोड़ा और खोजेंगे तो और बहुत सारे मोदी निकलेंगे। कोर्ट से सजा पाने के बाद राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा कि मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है। सत्य मेरा भगवान है और अहिंसा उसे पाने का साधन।

महात्मा गांधी का जीवन परिचय

राहुल गांधी को 24 मार्च 2023 को गुजरात की न्यायालय द्वारा मानहानि मामले में दोषी करार दिए जाने और उन्हें दो वर्ष कैद की सजा सुनाए जाने की वजह से लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 8 (3) के तहत उनकी संसद (लोकसभा) सदस्यता को खत्म कर दिया गया।

राहुल गांधी का पता एवं फोन नं0 (Rahul Gandhi’s Address and Phone Number)

वर्तमान पता: 12, तुगलक लेन, नई दिल्ली, 110011 सम्पर्कः 01123795161 फैक्सः 01123012410

स्थायी पता: उपरोक्त

e-mail ID: office[at]rahulgandhi.in

Leave a Comment